बच्चों में स्मार्टफोन की लत (mobile Addiction) - जोखिम क्या हैं ?

आजकल छोटे बच्चों को मोबाइल फ़ोन दे दिया जा रहा है , क्योंकि जब बच्चा मोबाइल देखता है , तब शांत रहता है 
आपने कभी ना कभी यह देखा होगा की जब बच्चा माँ की गोदी में रहता है और जब बच्चा रोता है  तो उस बच्चे को मोबाइल दे देते है और बच्चा शांत हो जाता है 

ऐसे कई अध्ययन हुए हैं जो बच्चों पर स्मार्ट फोन के नकारात्मक प्रभावों को दर्शाते हैं। इनमें से कुछ शारीरिक गतिविधि की कमी, सामाजिक अलगाव और नींद की कमी हैं। यही कारण है कि हमें अपने बच्चों की इन उपकरणों तक पहुंच को सीमित करने की आवश्यकता है ताकि वे स्वस्थ और पूर्ण वयस्क बन सकें।

बच्चों में स्मार्टफोन की लत (mobile Addiction) - जोखिम क्या हैं ?
Child Mobile Addiction

स्मार्टफोन की लत बच्चों को कैसे प्रभावित करती है

कुछ  माता-पिता अपने छोटे बच्चों को मोबाइल दिखाते हुए खाना खिलाते है । उस बच्चे की नजर मोबाइल पर होती है  बच्चे अपना मुंह खोलते है और माँ उसके मुंह में खाना डाल देती है, मशीन की तरह  बच्चे का मुँह चलते रहता है 

क्या आप भी अपने बच्चों के साथ ऐसा करते हैं ?

मानसिक स्वास्थ्य और स्मार्टफोन

यह आदत ठीक नहीं है  क्यूंकि ऐसा आदत करने से आने वाले समय में उसे बच्चे के साथ क्या होने वाला है यह आपको पता है क्या ?

जीन बच्चों को आप मोबाइल दे रहे हो आपने यह जरूर देखा होगा की बच्चे मोबाइल को अपने से कितनी दुरी  में  रख कर देखते  हैं 

आपने  देखा  होगा  की बच्चे अपनी नजदीक आँख के सामने मोबाइल को रख कर देखते है 
। कई बच्चे तो एकदम अपनी आँखों के पास सटाकर मोबाइल देखने लग जाते  हैं 

कई बच्चे तो रात में सो जाते हैं
। अपनी चादर में घुसकर सोने का नाटक करते हुए मोबाइल देखने लग जाते हैं, ताकि किसी दसरे को पता न चल सके वे अपनी आँखों के सामने मोबाइल को एकदम नजदीक कर लेते है, ताकि दिखाई और सुनाई ठीक से दे सके 

इसके नकारात्मक प्रभाव

उस बच्चे को पता नहीं है, लेकिन मोबाइल से निकलने वाली रौशनी उस बच्चे के आँखों की रौशनी को धीरे धीरे कम करती जाती है वह बच्चा तो इस बात से अनजान है की इस मोबाइल की रौशनी से आने वाले समय में उसके साथ क्या होने वाला है ?

इस मोबाइल की रौशनी से बच्चे की आँखों की रौशनी धीरे धीरे कमजोर होती जाएगी और आपके बच्चे को एक मोटा सा चश्मा लग सकता है 

 क्योंकि जब आप अधिक मोबाइल का उपयोग करते हैं तो मोबाइल की रोशनी आपकी आंखों में सीधे प्रवेश करती  है जिसके दुष्प्रभाव से आपकी आंखों की रोशनी कम होती जाती है

सामाजिक चिंता और स्मार्टफोन addiction

माता-पिता को लगता है कि हमारा बच्चा मोबाइल देखकर शांत हो जा रहा है,आपका बच्चा शांत हो जाता है लेकिन उसकी आंखों की रोशनी भी शांत हो जाती है । क्या आपको यह बात पता है ?

हर बच्चा अपनी माता पिता की आँखों के तारे होते है, लेकिन अनजाने में भूलवश वे अपने आँखों के तारे के तारे छिन रहे होते है 

कोई भी माता पिता यह नहीं चाहता है की उनकी आँखों के तारों के रौशनी कम हो जाए

स्मार्टफोन और मानसिक स्वास्थ्य

इससे बच्चो के किसी भी चीज के प्रति ध्यान केन्द्रित करने की शक्ति भी कम होती जाती है । जब बच्चा मोबाइल देखते हुए खाना खा रहा होता है, तो उसका ध्यान मोबाइल के प्रति होता है, ना की खाने पर आपको लगता है बच्चा ध्यान से मोबाइल देख रहा है 

लेकिन हकीकत यह है की मोबाइल में चल रहे कार्यक्रम को कंपनी ने इस प्रकार बनाया है की वह आपके बच्चों का ध्यान भटकने नहीं देता है और बच्चा घंटो तक वीडियो देखता रह जाता है

अफीम के रूप में स्मार्टफोन (mobile addiction)

आपने भी यह महसूस जरूर किया होगा जब आप 2 मिनट के लिए मोबाइल ओपन करते हैं और पता नहीं चलता की कब 2 घंटे बीत जाते हैं

यदि आप स्टूडेंट है तो आपने है बात को जरूर महसूस किया होगा की आप जब दो मिनट के लिए मोबाइल इस्तेमाल करना चाहते हो, लेकिन आप कंट्रोल नहीं कर पाते हैं । आप घंटो समय बर्बाद कर लेते हो और आपको उसका पछताव होता होगा कि मैंने काफी समय बरबाद कर दिया

किशोरों में सोशल मीडिया की लत

यह आपके ध्यान को भटका रहा है, कमजोर कर रहा है यदि आप आने वाले समय में ऐसा करते रहोगे तो जब आप पढाई करने बैठोगे तो आपका ध्यान नहीं लगेगा और आपको ध्यान भटकने लगेगा क्योंकि जब आप पढऩे बैठोगे तो आपको किताबे रोचक नहीं लगने लगेगी किताबो से ज्यादा आपको मोबाइल चलाना रोचक लगने लगेगा 
आप थोड़ी देर पढोगे फिर आपको बोर लगने लगेगा क्योंकि आपके किताबो से ज्यादा आपको मोबाइल में वीडियो देखना रोचक लगाना शुरू हो गया है किताबे आपको रोचक नहीं लगेगी।

अपने बच्चे को उनके फोन की लत विकसित करने से कैसे रोकें

अपने बच्चे को अपने फोन की लत विकसित करने से हतोत्साहित करने के कई तरीके हैं।

एक तरीका यह है कि डिवाइस पर एक समय सीमा निर्धारित की जाए, और फिर उस समय सीमा तक पहुंचने पर उन्हें चेतावनी दी जाए। माता-पिता उन कामों या अन्य गतिविधियों की एक सूची भी सेट कर सकते हैं जो अगर वे अपने फोन पर दिए गए समय से अधिक खर्च करते हैं तो किया जाएगा।


यदि आपको लगता है की यहाँ दी गयी (child mobile addiction) जानकारी उपयोगी है, तो आप यह जानकारी उन सभी माता पिता और बच्चो के पास जरूर शेयर करे 
धन्यवाद् !

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